अनपरा/सोनभद्र।श्रीगणेश उत्सव के पावन अवसर पर हिंडालको रेनूसागर के आवासीय परिसर स्थित पैराडाइज प्रेक्षागृह में हिंडालको रेनुसागर एवं दिशिता महिला मंडल, रेनूसागर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में जन सैलाब उमड़ा। इस अवसर पर मुख्य अतिथि हिंडालको रेनुसागर के यूनिट हेड आरपी सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि श्री गणेश उत्सव केवल एक धार्मिक पर्व नहीं है,बल्कि यह हमारी संस्कृति,एकता और सामूहिक ऊर्जा का प्रतीक है। गणपति बाप्पा की स्तुति से आरंभ होने वाला यह उत्सव हमें सिखाता है कि जीवन में शुभारंभ से पहले हमें ज्ञान,विवेक और विनम्रता का आह्वान करना चाहिए। हेड एचआर शैलेश विक्रम सिंह ने सम्बोधन में कहा कि कार्यक्रम में भाग ले रहे बच्चों और महिलाओं ने जिस प्रकार से अपनी कला,समर्पण और भक्ति से प्रस्तुति दी,वह अत्यंत सराहनीय है। इसके पूर्ब कार्यक्रम की शुरुआत भगवान श्रीगणेश की स्तुति एवं इसके उपरांत दिशिता महिला मंडल की महिलाओं एवं बच्चों द्वारा प्रस्तुत भक्ति संगीत, नृत्य जैसे विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया। प्रस्तुतियों में श्रीगणेश के जीवन प्रसंग,लोकनृत्य एवं भक्ति गीतों ने वातावरण को पूर्णतः आध्यात्मिक एवं उल्लासपूर्ण बना दिया।कार्यक्रम में चार चांद लगाते जीईटी इंजीनियरों ने ओ माई फ्रेंड गणेशा तुम रहना साथ हमेशा की शानदार प्रस्तुति से पूरा प्रेक्षागृह तालियों के गड़गड़ाहट से गूंज उठा।इस आयोजन ने न केवल सांस्कृतिक अभिव्यक्ति को मंच प्रदान किया,बल्कि समुदाय में आपसी सहयोग,सौहार्द एवं अध्यात्मिक ऊर्जा का संचार भी किया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में दिशिता महिला मंडल रेनुसागर की वरिष्ठ सदस्या इंदु सिंह, विभा शैलेश सिंह,एवं रीना जैन के मार्गदर्शन कार्यक्रम को सफल बनाने में दिशिता महिला मंडल की सदस्याओं की सक्रिय भूमिका सराहनीय रही।कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन पुरस्कार वितरण के साथ समापन हुआ।इस अवसर पर संचालन हेड मनीष जैन,एचआर हेड आशीष पांडेय,वरिष्ठ अधिकारी नविंद्र पाठक,दीपक पांडेय,विभु पात्रा,अरबिंद सिंह,सुधाकर अन्ना मलाई,ईआर हेड मृदुल भारद्वाज रोहित सक्सेना,सदानन्द पांडेय सहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।कार्यक्रम का संचालन अनुराग श्रीवास्तव एवं रानी तिवारी ने संयुक्त रूप से किया।
महिला मंडल रेनुसागर ने किया सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन: आरपी सिंह ने कहा-श्री गणेश उत्सव सिर्फ धार्मिक पर्व नही,संस्कृति एकता और सामूहिक ऊर्जा का प्रतीक
byडी.डी.यादव,(प्रधान संपादक)
-
0